मृग सी तेरी आंखें इन आंखों पर क्या कहूं ? दिल करता है शेर कहूं,
दिल करता है तुझ पर एक किताब लिखूं.......🖋
तेरी इन आंखों में समंदर समाया प्यार का तेरे इस प्यार पर क्या कहूं ?
दिल करता है एक नज़्म कहूं,
दिल करता है तुझ पर एक किताब लिखूं........🖋
जैसा तेरा नाम हुबहू वैसी ही है तू
तेरे इस नाम पर क्या लिखूं ?
दिल करता है एक गीत लिखूं ,
दिल करता है तुझ पर एक किताब लिखूं.......🖋
तेरी तबस्सुम, हो जैसे कुसुम
इस तबस्सुम पर क्या लिखूं ?
दिल करता है एक ग़ज़ल लिखूं ,
दिल करता है तुझ पर एक किताब लिखूं.........🖋
तेरा अतीत बड़ा ही सुन्दर
तेरे अतीत पर मैं क्या लिखूं ?
दिल करता है एक फ़साना लिखूं ,
दिल करता है तुझ पर एक किताब लिखूं..........🖋
- रीना कुमारी प्रजापत