🌹 प्यासा के भोजपुरी 🌹
🌹 कुण्डलिया 🌹
🌹 प्रेम 🌹
कांचा डोरी प्रेम के,तनिक सहे ना तान।
फुसकि हऽ ई टूट जाई,चाहेला सम्मान।।
चाहेला सम्मान,झूठ बरदाश ना करे।
छोट-घात-संदेह,पऽ रोये सांस ना धरे।।
"प्यासा" प्रेम अमोल,आदमी चाहे सांचा।
ना ई जाये टूट, प्रेम के डोरी कांचा।।
विजय कुमार पाण्डेय "प्यासा "