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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

बंजारा

ये हसीं वादी और दिलकश नजारा,
जन्नत से जमीं पे हो जैसे उतारा।

सफेद बर्फ से ढकी घाटियों पे पेड़,
लगते बहुत सुंदर, बहुत ही प्यारा।

देख के ये नजारा, नजरें खो गयी,
जर्रे-जर्रे को खूबसूरती से है सँवारा।

चारों तरफ फैली है अजीब खामोशी,
लगता है किसी ने दिल से पुकारा।

देख कर इनको पा सकूँ मैं सुकून,
दिल भटक रहा है बन कर बंजारा।
🖊️सुभाष कुमार यादव




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

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सुप्रिया साहू said

क्या बात है...दिल को ऐसे बंजारा बनके न भटकाइए, जिसने दिल से पुकारा है उनसे मिल आइए, किसी को ऐसा न तड़पाइए, बहुत खूबसूरत रचना सुभाष सर 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सहित सादर प्रणाम सुप्रिया जी।🙏🙏

Albeli Yadav said

कविता बहोत सुन्दर, लेकिन दिल का बंजारा बन कर भटकना ठीक नहीं है।

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद अलबेली जी।🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत said

चारों तरफ फैली है अजीब खामोशी,लगता है किसी ने दिल से पुकारा। वाह 👌 क्या बात है दिल से पुकारा है तो जाइए मिलिए उनसे फिर तो...

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद रीना जी।🙏🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह!! सुभाष जी प्रकृति प्रेम की सुंदर भावनाओं को समेटे हुए लाजवाब रचना 👌🌹🙏 हंसीन वादियां, बर्फ़ की घाटियां,इन घाटियों में बादलों से गुफ्तगू करते पेड़ ये सारे नजारों को ईश्वर ने खूबसूरती से तराशा है। सुंदर रचना 👌🌹🙏

सुभाष कुमार यादव replied

रचना के मूल भाव को आपने व्याख्यायित कर दिया समदिल सर। समीक्षा हेतु धन्यवाद सहित सादर प्रणाम।🙏🙏

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

Din-ba-din aapki shaayari mein nikhaar aate dekh kar mujhe behad khushi hoti hai, Shubhash jee! Behtareen rachna! 👌👌👏👏❤️🙏

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद परवेज़ सर। आपकी गज़लों से ही सीख रहा हूँ सर लिखना। आपकी गज़लें और उत्साहवर्धन ही मार्गदर्शन और प्रेरणास्रोत हैं।🙏🙏

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