"ग़ज़ल"
ख़ुश-हाल हो बचपन या बद-हाल हो बचपन!
मस्ती से होता है माला-माल ये बचपन!!
बचपन में हम सभी क्या धमाल करते हैं!
होता है फ़ितरतन बा-कमाल ये बचपन!!
गर ज़िंदगी एक गीत है तो ये भी जान लो!
इस गाने का होता है सुर-ताल ये बचपन!!
हो ग़रीब जवानी या हो मोहताज बुढ़ापा!
होता नहीं कभी भी कंगाल ये बचपन!!
'परवेज़' कम नहीं हम सब की यादों में सही!
रहता है मरते दम तक बहर-हाल ये बचपन!!
- आलम-ए-ग़ज़ल परवेज़ अहमद
© Parvez Ahmad
The Meanings Of The Difficult Words:-
*बद-हाल = दुर्दशाग्रस्त (in a bad condition or state or in bad circumstances); *फ़ितरतन = स्वभावत: (naturally); *बा-कमाल = कमाल का (accomplished); *मोहताज = दूसरे के रहम-ओ-करम पर जीने वाला (dependent).