लूट पर मिल रही छूट,
पहनकर नये बूट।
खरीदा गया इस बहाने,
एक सूट।
खातों से खाते में,
कर लिया ट्रांसफर।
टैक्स बचाने को,
अंकी इंकी टंकी लाल।
पहुंचे,
एक फर्जी अधिकारी के घर।
जैसे ही डंकी लाल का,
दरवाजा खटखटाया।
अंदर से शोर आया,
पकड़ो चोर भाग गया।
कोई बात नहीं,
एक तो हाथ आया।
अब यही राज उगलेगा,
हर घोटाले का हिसाब बोलेगा।
बाकी जिंदगी कटेगी जेल में,
सफर किया भ्रष्टाचार की रेल में।
बाबा बुलडोजर वाले ने,
स्वच्छता अभियान के तहत ऐ! "विख्यात"।
एक ही झटके में।
पकड़े सभी खेल-खेल में।